
Maa Katyayani: 27 September 2025
About Maa Katyayni
मां स्कंदमाता
नवरात्रि के पाँचवे दिन मां स्कंदमाता की पूजा-अर्चना की जाती है। मां दुर्गा का यह स्वरूप अत्यंत ही सौम्य और करुणामयी है। इन्हें ‘स्कंदमाता’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि ये भगवान कार्तिकेय (स्कंद) की माता हैं। मां की गोद में बाल स्वरूप स्कंद विराजमान रहते हैं और स्वयं मां चार भुजाओं से युक्त कमलासन पर विराजती हैं। इनके एक हाथ में कमल पुष्प और दूसरे हाथ में पुत्र स्कंद को धारण किया हुआ है, जबकि अन्य दो हाथों से भक्तों को आशीर्वाद देती हैं। मां स्कंदमाता की पूजा करने से भक्तों के जीवन में सुख-समृद्धि, ज्ञान और मोक्ष की प्राप्ति होती है। ऐसा माना जाता है कि सच्चे मन से इनकी आराधना करने पर सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और संतान सुख की प्राप्ति होती है।